समीर कुमार ठाकुर |
उन्होंने कहा की इसकी शुरुआत भले हीं हरियाणा में हो रही हो पर इसका संदेश देश के हर उस कोने में पहुंचना चाहिए जहां बेटियों को अब भी बोझ समझा जाता है.
मोदी ने कहा कि हमें हमारी सोच बदलनी होगी. 21वीं सदी के इस दौर में भी हमारी सोच 18वीं सदी की है. जहां बेटों-बेटियों में भेदभाव
किया जाता है.
उन्होंने कहा कि हमें बहुऐं तो चाहिए पढ़ी- लिखी पर बेटी को पढ़ाने में सौ बार सोचते हैं. हमें ये सोच छोड़नी होगी कि बेटी पराया धन होती है और वो बूढ़ापे का सहारा नहीं बन सकती.
उन्होंने कहा की ये हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम अपनी सोच बदलें और बेटियों को सम्मान दे. उन्होंने कल्पना चावला का जिक्र करते हुए कहा की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपना नाम रौशन कर रही हैं.
इस मौके पर मोदी ने 'सुकन्या समृद्धि खाता' का शुभारंभ किया. इस मौके पर इस योजना की ब्राण्ड एम्बेसडर माधूरी दीक्षित, हरिय़ाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, स्मृति ईरानी, मेनका गांधी, जेपी नड्डा, रविशंकर प्रसाद और कई गणमाम्य लोग मौजूद थे.
-समीर कुमार ठाकुर
No comments:
Post a Comment